Saturday, July 27, 2024
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तीर्थन घाटी को कचरा मुक्त बनाने के लिए पर्यटन कारोबारी करेंगे साझा प्रयास

तीर्थन संरक्षण एवं पर्यटन विकास एसोसिएशन द्वारा शाई रोपा में बैठक का आयोजन

घाटी में बढ़ते पर्यटन के अच्छे बुरे प्रभावों और इसके सफल संचालन पर हुई चर्चा

धरोहर स्थल की प्राकृतिक सुन्दरता को बनाए रखने के लिए ठोस कचरे का प्रबंधन जरुरी- वरुण भारती.

स्वतंत्र हिमाचल
प्रेम सागर चौधरी/बंजार

तीर्थन संरक्षण एवं पर्यटन विकास एसोसिएशन द्वारा ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क शाईरोपा के सभागार में रविवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधान वरुण भारती द्वारा की गई जिसमें एसोसिएशन के पदाधिकारियों, सदस्यों, पर्यटन कारोबारियों और घाटी के होम स्टे संचालको ने हिस्सा लिया है।

इस बैठक में एसोसिएशन की नई कार्यसमिति के चयन, ठोस कचरा प्रबंधन, बढ़ते पर्यटन से होने वाले अच्छे बुरे प्रभावों, पर्यावरण संरक्षण, साफ सफाई और नए प्राकृतिक स्थलों को विकसित करने जैसे कई मतत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा परिचर्चा हुई।

एसोसिएशन के प्रधान वरुण भारती ने बताया कि किसी कारणवश काफी लम्बे समय से आम सभा की बैठक का आयोजन नहीं हो पा रहा था। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य घाटी में बढ़ते हुए पर्यटन को सुचारू एवं व्यवस्थित तरीके से चलाने और यहां के प्राकृतिक स्थलों एवं पर्यावरण को आने वाली पीढ़ियों के लिए भी लम्बे समय तक संरक्षित रखना है।

इन्होंने तीर्थन घाटी के पर्यटन कारोबारियों का बैठक में हाजिर आने के लिए आभार प्रकट किया तथा बतलाया कि हर पर्यटन कारोबारी को घाटी में किसी भी प्रकार की पर्यटन गतिविधियों को संचालित करने के लिए नियमानुसार पंजीकरण करना जरूरी है। इन्होने बताया कि वर्तमान में तीर्थन घाटी के अन्दर एक सौ के करीब पर्यटन इकाइयां पंजिकृत हो चुकी है। कुछ इकाइयों का नवीनीकरण और कुछ नए होमस्टे के पंजिकरण की प्रक्रिया चली है।

इस बैठक में ठोस कचरा को होटलों से एकत्रित करने और उसे प्लांट तक पहुंचाने के लिए सबकी सहमति से कुछ नियम बनाए गए जिसके तहत हर छोटे बड़े व्यवसाई को इसकी एवज में कुछ उचित सेवा शुल्क अदा करना पड़ेगा। चार कमरों से बड़े होटलों और व्यवसायिक इकाइयों के लिए यह शुल्क 100 रुपए प्रति कमरा प्रति माह रहेगा जबकि चार कमरों तक के छोटे होमस्टे के लिए यह शुल्क 50 रुपए प्रति कमरा प्रति माह निर्धारित किया है। जिसके लिए इको सवेरा नाम की संस्था को ठोस कचरा एकत्रीकरण का काम दिया जाएगा।

इसके अलावा बैठक में छोई झरने तक अच्छे रास्ते का निमार्ण, मुरम्मत और साफ सफाई पर भी चर्चा हुई। गुशैणी बाजार और छोइ झरने के आसपास शीघ्र ही महिला मंडलों, युवक मंडलों और स्कुली बच्चों की सहायता से सफाई अभियान चलाया जायेगा जिसके लिए शीघ्र ही तिथियां निर्धारित की जाएगी।

अध्यक्ष वरुण भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि तीर्थन घाटी में पर्यटन को विकसित करने के लिए नए नए खूबसूरत स्थलों को चिन्हित किया जा रहा है और इनको विकसित करने बारे स्थानीय ग्राम पंचायतों और अन्य सरकारी विभागों से सम्पर्क साधा जाएगा। इन्होने बताया कि खूंदन मोड़ पर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क तीर्थन रेंज का बड़ा साइन बोर्ड लगवाने बारे पार्क निदेशक से आग्रह किया जाएगा। क्योंकि इस स्थान पर गुशैनी की ओर आने वाले पर्यटकों को बहुत परेशानी होती है इसलिए यहां पर एक बड़े साइन बोर्ड लगाने की जरूरत है जो तीर्थन और जिभी वैली को सप्ष्टत्य निर्देशित करे। इसके अलावा तीर्थन घाटी को वोल्वो बस सेवा से जोड़ने, सड़कों की दुर्दशा सुधारने, खतरनाक स्थानों पर सेफ्टी बैरियर लगाने और नदी नालों के पास दिशा निर्देश बोर्ड लगाने बारे भी महत्त्वपूर्ण चर्चा परिचर्चा हुई है।

इन्होंने बताया कि बताया कि आज की इस बैठक में अपेक्षा से कम ही सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्शाई है इसलिए नई कार्यकरिणी का गठन नहीं हो सका है। इसके लिए आइंदा शीघ्र ही आम सभा की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें नई कार्यकरिणी गठित होगी।

तीर्थन संरक्षण एवं पर्यटन विकास एसोसिएशन के महासचिव एवं ग्राम पंचायत कंडीधार के उपप्रधान महेन्द्र सिंह का कहना है कि घाटी में पर्यटन को सही दिशा दिए जाने की जरूरत है। घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अभी तक कई मुलभुत सुविधाओं की कमी है। घाटी के मुख्य स्थलों तक पहुँचने वाले रास्तों की हालत को सुधारना, सड़कों और चौराहों पर संकेतात्मक और दिशा निर्देश बोर्ड लगाना तथा नदी नालों के किनारे व खतरनाक स्थानों पर रैलिंग या बाड़बंदी की जानी जरूरी है जिसके ग्राम पंचायत और संघ की ओर से प्रस्ताव पारित करके शासन प्रशासन को भेजा जाएगा। इन्होने बताया कि ग्राम पंचायत कंडी धार के हामनी नामक स्थान पर ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट का निमार्ण कार्य किया जाना प्रस्तावित है जिसकी कागजी प्रक्रिया चली है जो एक साल के अन्दर यह प्लांट बन कर तैयार हो जाएगा। जिससे ठोस कचरे की समस्या से काफी हद तक आसानी से निपटा जाएगा।

इस इस बैठक में इको टूरिज्म फैसिलिटेटर्स
गोविंद सिंह ठाकुर, अजय सिंह, आर्यन प्रभात, पंकी सूद, अमित ठाकुर, भोलेदत, चेतराम, डोला सिंह, रॉबिन ठाकुर, नरेश भारती, लोकेश्वर सिंह, अभिमन्यु ठाकुर, किशोर नेगी, सुशील शर्मा, महेश्वर सिंह और नीतीश धीर आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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