shimla matour four lane में तीसरे पैकेज के तहत भगेड़ से हमीरपुर तक का टेंडर 2025 मार्च से पहले जारी हो जाएगा तथा आगामी वित्त वर्ष में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस फोरलेन की फाइनल डीपीआर बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है तथा शीघ्र स्वीकृति मिल सकती है और उसके बाद आगामी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
shimla matour four lane का निर्माण कार्य पांच पैकेज में किया जा रहा है। इस में पहला पैकेज शिमला से भराड़ी घाट, दूसरा भराड़ी घाट से भगेड़, तीसरा भगेड़ से हमीरपुर चौथा हमीरपुर से ज्वालामुखी और पांचवां ज्वालामुखी से मटौर तक है। जिसमें चार पैकेज की डीपीआर फाइनल करने के साथ आगामी प्रक्रिया शुरू हो गई है, जबकि भगेड़ से हमीरपुर तक 46 किलोमीकर तक बनने वाले इस फोरलेन की फाइनल डीपीआर बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है तथा स्वीकृति मिलने के बाद आगामी प्रक्रिया शुरू होगी।
भगेड़ से हमीरपुर तक बनने वाले फोरलेन में घुमारवीं शहर वासियों को बाईपास की सुविधा मिलेगी ।यह बाईपास बल्लू स्कूल के साथ से शुरू होगा जो विभिन्न गांवों से होकर कलरी गांव में निकलेगा। बाईपास का बनना फाइनल है पर अंतिम डीपीआर की स्वीकृति मिलने के बाद ही इसका निर्धारण होगा कि यह किस निर्धारित रूट से बनाया जाएगा।
मटौर से शिमला (matour shimla four lane ) तक बनने वाला फोरलेन पर्यटन की दृष्टि से भी अहम रहेगा। इसके बन जाने से शिमला और धर्मशाला दोनों टूरिस्ट प्लेस फोरलेन से आपस में जुड़ेंगे। मौजूदा समय में शिमला-धर्मशाला की जो दूरी 223 किलोमीटर है, वह कम होकर 180 किलोमीटर रह जाएगी। करीब 43 किलोमीटर का सफर कम होगा।
भगेड़ हमीरपुर तक फोरलेन का टेंडर 2025 मार्च से पहले हो जाएगा। अंतिम डीपीआर उच्च अधिकारियों को स्वीकृति के लिए भेज दी गई है तथा स्वीकृति मिलने के बाद भूमि अधिग्रहण का काम शुरू किया जाएगा। इसमें घुमारवीं शहर के लिए बाईपास की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। -विक्रम मीणा, निदेशक शिमला मटौर फोरलेन परियोजना।