स्वतंत्र हिमाचल
धर्मपुर (डी.आर कटवाल)
मेहनत रंग लाती है और सफलता पांव चूमती है । ऐसा ही कुछ कर दिखाया शेरपुर गांव की बेटी कंचन शर्मा ने,धर्मपुर उपमंडल के तहत बिंगा पंचायत के शेरपुर गांव की कंचन शर्मा ने विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत न हार कर अपना मुकाम हासिल किया । हाल ही में कंचन शर्मा का अंग्रेजी के सहायक प्रोफेसर के पद पर चयन हुआ है ।इन के प्रोफेसर पद पर चयन का समाचार सुनकर शेरपुर गांव के गांववासियों में खुशी लहर व्याप्त है ।
बता दें कि गांव की भौगोलिक परिस्थितियों की परवाह न करते हुए पहली कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई रा.व.मा.पाठशाला कमलाह फोर्ट में पांच किलोमीटर दूर,जंगल की घाटियों में से पैदल चलकर,रास्ते में हिंसक,जानवरों का भय हर समय रहता था, हिम्मत नहीं हारी । विज्ञान संकाय में जमा दो की शिक्षा रा.व. मा. माध्यमिक पाठशाला मढ़ी से प्राप्त की । वहां तक भी पांच किलोमीटर का सफर पैदल करना पड़ता था। तत्पश्चात कंचन ने डिग्री कॉलेज धर्मपुर से बीए और स्नाकोत्तर राजकीय बल्लभ महाविद्यालय मंडी से एम ए तक की पढ़ाई की,और पीएचडी वनस्थली विद्यापीठ से की। कंचन शर्मा के तीन शोध पत्र भी प्रकाशित हो चुके हैं। साधारण परिवार में जन्मी कंचन शर्मा के पिता धर्मपाल शर्मा आईपीएच विभाग में कर्मचारी हैं जबकि माता भवना देवी गृहणी है । कंचन शर्मा के पति भारतीय सेना में है ।कंचन शर्मा ने बताया कि इस उपलब्धि का पूरा श्रेय माता पिता , गुरूजनों को जाता है जबकि मेरे पति विजय ने मुझे काफी प्रोत्साहित किया।