Saturday, July 27, 2024
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बेटी का ईलाज तो करवाऊँ, पर पैसे कहाँ से लाऊँ,बेटी के दिल में हैं दो छेद,पीजीआई के डॉक्टरों ने 10 फरवरी बताई है ऑपरेशन की डेट

 राकेश राणा //बंगाणा 

बेटियां जहां मां के दिल का टुकड़ा होती हैं, वहीं बाबुल के लिए किसी अप्सरा से कम नहीं होती हैं। एक दिहाड़ीदार बाप अपनी बेटी की जान बचाने के लिए पिछले तीन माह से घर पर बैठा है, लेकिन ईलाज के लिए धन नहीं जुटा पा रहा है। उपमंडल बंगाणा के गांव धुन्दला निवासी करण कुमार की 5 साल की बेटी के दिल में छेद है।

करण अपनी बेटी के ईलाज के लिए 2019 से पीजीआई के चक्कर काट रहा है। करण ने बताया कि हर माह गरिमा की इको होती है। जिससे गरिमा की किडनी में भी इन्फेक्शन हो गया है। किडनी में इंफेक्शन होने के कारण  बेटी के होंठ नीले पड़ जाते हैं। कर्ण ने बताया कि पीजीआई के डॉक्टरों ने ईलाज का खर्चा तीन से चार लाख बताया है

ऑप्रेशन को महज 5 दिन शेष रह गए हैं, लेकिन कहीं से भी उम्मीद की कोई किरण दिखाई नहीं पड़ रही है। जमा पूंजी सब ईलाज में खत्म हो गई है।  वहीं गरिमा की मां पुष्पा देवी का अपनी बेटी की हालत को देख रोरोकर बेल हाल है। उसका कहना है कि जिस उम्र में बच्चों के नन्हें कदम स्कूलों की तरफ जाते हैं, उस उम्र में मेरी गरिमा हॉस्पिटलों के चक्कर काट रही है। बता दें कि कर्ण धुन्दला में किराए के मकान में अपन8य बीमार बेटी और पत्नी के साथ रहता है। कर्ण के मां और बाप ने कर्ण को पुश्तैनी रूप में कुछ भी नहीं दिया है।

किसी रिश्तेदार का भी कोई सहारा नहीं है। ऐसे में हम आप ही कर्ण की बेटी की जान बचा सकते हैं।  गरिमा ने मम्मी और पापा ने भी दानी सज्जनों से करबद्ध प्रार्थना की है कि अपनी नेक कमाई में से थोड़ा-थोड़ा अंश जरूर दान करें, जिससे हम अपने जिगर के टुकड़े के जीवन को बचा सकें।

वहीं गरिमा की मां पुष्पा देवी का अपनी बेटी की हालत को देख रोरोकर बेल हाल है। उसका कहना है कि जिस उम्र में बच्चों के नन्हें कदम स्कूलों की तरफ जाते हैं, उस उम्र में मेरी गरिमा हॉस्पिटलों के चक्कर काट रही है। बता दें कि कर्ण धुन्दला में किराए के मकान में अपन8य बीमार बेटी और पत्नी के साथ रहता है। कर्ण के मां और बाप ने कर्ण को पुश्तैनी रूप में कुछ भी नहीं दिया है।

किसी रिश्तेदार का भी कोई सहारा नहीं है। ऐसे में हम आप ही कर्ण की चार की बेटी की जान बचा सकते हैं।  गरिमा ने मम्मी और पापा ने भी दानी सज्जनों से करबद्ध प्रार्थना की है कि अपनी नेक कमाई में से थोड़ा-थोड़ा अंश जरूर दान करें, जिससे हम अपने जिगर के टुकड़े के जीवन को बचा सकें। इनका कहना है कि आप दानी सज्जन ही हमारी आशा की अंतिम किरण हैं। कर्ण का गूगल पे नम्बर  6280839982 है और अकाउंट नम्बर 3705077846 और आईएफेससी कोड CBIN0282153 है। कृपया थोड़ा-थोड़ा जरूर सहयोग करें।

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