पठानकोट(सूरज सैनी)
हर मनुष्य के बेहतरीन स्वास्थय के अधिकार को बर्करार रखने और इसके फलस्वरूप प्रत्येक के लिए बेहतर और सर्वोच्तम गुणवत्ता वाला उपचार मुहैया करवाने के उद्देश्य से ( Amandeep Hospital Pathankot ) अमनदीप अस्पताल पठानकोट ने आर्थिक रूप से कमजाेर मरीजाें के लिए ‘अमन की आशा’ योजना नामक एक समावेशी चिकित्सकीय पहल आरंभ की है। आर्थिक रूप से बाधित लोगों को समर्पित यह योजना 1 अप्रैल 2023 से लागू होगी।
इस योजना का उद्देश्य उन आर्थिक रूप से मजबूर मरीजाें की सहायता करना है जो पैसों की कमी के कारण अपनी बीमारियों के इलाज के लिए सर्वोच्तम गुणवत्ता वाले उपचारों को नकार कर मजबूरन निम्ण स्तरीय उपचार विकल्पों का चयन करते हैं जिसके फलस्वरूप उन्हें अक्सर स्थाई रूप से अपने स्वास्थ्य की हानि उठानी पड़ती है और कभी कभी उनकी जान को भी खतरा बन जाता है। इस पहल का उद्देश्य मरीजाें के दिलों से सर्वोत्तम इलाज के खर्चे की चिंता खत्म कर उन्हें अपने खुद के और अपने परिजनों के लिए सर्वोत्तम उपचार चुनने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस पहल के तहत मरीजों का चयन करने की जिम्मेदारी अस्पताल ने विद्या एजुकेशन सोसाइटी नामक एक एनजीओ को सौंपी है। शुरुआत में यह पहल केवल 10 बिस्तरों पर केंद्रित होगी।
इसके लाभपात्रों को केवल 700 प्रतिदिन का मामूली खर्च, जिसमें आहार भी शामिल होगा, उठाना होगा। अपितु इस खर्चे में दवाएं और परीक्षण शामिल नहीं होंगे। जबकि डिस्काउंट जरूर दिए जाएंगे। आईसीयू में भर्ती और सर्जरी की सिफारिश की सूरत में मरीजाें को खर्चे में भारी छूट प्रदान की जाएगी। अस्पताल के प्रबंधक विजय थापा ने कहा कि हमारा वायदा है कि लागत-प्रभावशीलता की वजह से उपचार की गुणवत्ता से किसी प्रकार का भी समझौता नहीं किया जाएगा। यह पहल हर वर्ग, सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि के लोगों के लिए सर्वोत्तम सेहत सुविधाएं उपलब्ध करवाने को समर्पित है। अमनदीप अस्पताल जन कल्याण के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित है। हमारा जनता से आग्रह है कि वे अपने खुद के स्वास्थ्य और कल्याण हित में इस पहल का लाभ उठाकर जान कल्याण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का सम्मान करें। लोगों को अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करके और उनकी खुशियों को सुरक्षित और दुगना करके यह पहल क्षेत्र में शांति फैलाने में एक बहुत बड़ा योगदान डालेगी। इस माैके विजय कुमार थापा, डा. अवतार सिंह, चीफ आर्थोपेडिक सर्जन, अमनदीप ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, डा. वाईपी गंडाेत्रा, डा. नवजाेत िसंह, डा. राकेश भट्ट अादि माैजूद थे।