राकेश राणा //बंगाणा
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना उपमंडल बंगाणा की ग्राम पंचायत डोहगी गांव मडूंह के बलदेव सिंह सुपुत्र बीरबल सिंह पिछले 7 सालों से एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। मिली जाकारी से पता चला है कि बलदेव मेहनत मजदूरी करते थे। इसके परिवार में इनके अलावा कमाने वाला कोई नही है। सात साल पहले बलदेव किसी बीमारी से ग्रस्त हो गए थे। डॉक्टरों ने इनके गले का ऑपरेशन बताया है।
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जिसके लिए काफ़ी खर्च होगा, जिसे करने में इनका परिवार असमर्थ है। इनके परिवार ने आमजन से सहयोग की अपील की है।
बलदेव के 90 वर्षीय बुजुर्ग पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे घर में कमाने वाला मात्र एकलैता बदलेव ही था अब बह भी विस्तर पर है। बलदेव के चार बच्चे हैं जिसमें एक वेटा तथा एक वेटी बंगाणा तथा दुसरा ऊना में आईटीआई कर रहे हैं।बहीं पर दो बच्चे बंगाणा स्कूल में एक नवमी तथा दुसरा दस जमा एक में पढ़ाई लिखाई कर रहे हैं।
बलदेव का लंबे समय से एम्स बिलासपुर में उपचार चल रहा है। बलदेव के परिजनों का कहना है कि हस्पताल में हिम केयर कार्ड तो चल रहा है परन्तु दवाईयां बाहर से ही ख़रीदनी पड़ रही है।
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बलदेव के 90 वर्षीय बुजुर्ग पिता बीरबल ने सरकार तथा प्रशासन से वेटे की जिंदगी बचाने की गुहार लगाई है।
बहीं पर उपमंडल बंगाणा क्षेत्र के एसडीएम बंगाणा योगराज धीमान का कहना है कि मामला उनके ध्यान में आया है प्रशासन द्वारा इनके परिवार की डिटेल मंगवा कर सरकार व प्रशासन द्वारा जो भी उचित सहायता होगी करवाई जाएगी।
बहीं पर बलदेव के परिजनों ने उनकी मदद की गुहार लगाई है।