राकेश राणा// बंगाणा
जिला ऊना उपमंडल बंगाणा क्षेत्र में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है जिसमें सिविल सप्लाई द्वारा उपभोक्ताओं को उपदान पर दी जाने वाली दालों जिसमें उड़द, चने, माह की दालें इत्यादि के सेंकड़ों खाली पैकेट मिले हैं।
दालों के खाली पैकेट मिलने पर क्षेत्र में चर्चा का माहौल बना हुआ है कि आख़िर यह खाली पैकेट कहाँ से आए और दालें कहाँ गई।
क्या यह सिविल सप्लाई की मिलीभगत है या किसी व्यापारी ने जानबूझ कर ऐसा काम किया है या फ़िर कौन सिविल सप्लाई की दालों को अवैध तरीके से सप्लाई कर रहा है। फिल्हाल यह जाँच का विषय है और बहुत बड़ी धांधली की तरफ़ इशारा कर रही है।
आपको बता दें कि सोमवार को क्षेत्र में बारीश का दौर था और कोई अंजान ट्राला चालक हिमाचल सरकार द्वारा उपदान पर दी जाने वाली दालों के खाली पैकेट बीच बाज़ार में एक कोने में फ़ेंक गया और मौसम की आड़ में अपने काम को अंजाम दे गया।
बारिश के दौरान स्थानीय दुकानदरों और लोगों ने देखा कि सड़क किनारे कोने में बहुत सारे खाली पैकेट पड़े हुए हैं और पाया कि सभी पैकेट हिमाचल सरकार द्वारा उपदान में दिए जाने वाली दालों के हैं तब उन्होंने मीडिया के ध्यान में मामला दिखाया और विभाग से जाँच करने की भी माँग रखी और जल्द कार्यवाही करने के लिए संबंधित विभाग से आग्रह किया कि आखिर वह कौन से लोग या अधिकारी हैं
जो सिविल सप्लाई की आड़ में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड कर रहे हैं क्युंकि दालों के कुछ पैकेट नए भी हैं उनपर दिसंबर् 2023 की तारीख भी अंकित है 2018,2019,2020,2021, 2022 के भी बहुत सारे पैकेट हैं जिन पर सरकारी मोहर लगी हुई है। सवाल यह भी उठता है कि पैकेट पर एक्सपायरी डेट 4 महीने से लेकर 6 तक है इसके बाद इन दालों को खाने में उपयोग नहीं किया जा सकता है।
आख़िर 6 वर्ष पहले की दालों के खाली पैकेट कहाँ से आए और अगर इन दालों को उपयोग भी किया गया है तब भी यह कितनी सही है।
खाद्य आपूर्ति विभाग बंगाणा के अधिकारी से सम्पर्क करने पर नरेश कुमार व् अन्य ने बताया कि मामला मीडिया के माध्यम से हमारे ध्यान में आया और इसकी जाँच की जा रही है कि आख़िर यह नए और बहुत पुराने खाली पैकेट कहाँ से आए, प्रारंभिक जाँच में एक पंजाब नंबर की गाड़ी ट्रेस हो रही है जिसने यह भारी मात्रा में खाली पैकेट बाज़ार के नजदीक फ़ेंक दिए और वहाँ से रफूचकर हो गया।