कीरतपुर से नेरचौक (kiratpur ner chowk expressway )तक बन रहा फोरलेन रोमांच से भरपूर होगा और इस पर सफर आसान एवं सुहाना होगा। मंडी भराड़ी पुल से लेकर भगेड़ तक का सफर बहुत ही शानदार है। ऐसे में मई अंत में फोरलेन जनता को समर्पित किए जाने की योजना है, जिसके लिए काम प्रगति पर है।
लोगों के लिए बहुत लाभदायक होगा kiratpur ner chowk expressway
लोगों के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगा। यह फोरलेन टूरिस्टों को भी अब मनाली जाने के लिए उनके समय व धन की बचत किया करेगा। इस फोरलेन के एक तरफ ऊंची-ऊंची पहाडिय़ां तो दूसरी तरफ बहती गोबिंद सागर झील पर्यटकों के सफर को और चमकीला बनाएगी। इसके सबसे बड़ी बात इस फोरलेन के शुरू होने से अब लोगों को पुराने एनएच-205 पर गर्मियों में अक्सर लगने वाले जाम से निजात भी मिलेगी।
तो बरसात के दिनों में जगह-जगह ल्हासों से बंद रहने वाली समस्या से भी वाहन चालक इस फोरलेन के शुरू होने पर बच सकेंगे। नए फोरलेन में कीरतपुर से लेकर हराबाग तक पांच टनल, 22 बड़े पुल और 15 छोटे पुलों समेत कुल 37 पुलों से होकर यह फोरलेन गुजरेगा। हिमाचल में इस (kiratpur ner chowk expressway ) फोरलेन की शुरुआत सबसे लम्बी टनल कैंचीमोड़ से होगी, जिसकी कुल लंबाई 1800 मीटर होगी।
खास बात यह है कि फोरलेन के साथ भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी ब्रॉडगेज रेलवे लाइन भी गुजर रही है लिहाजा फोरलेन से पर्यटकों को रेलवे की छुकछुक का नजारा भी देखने को मिलेगा। जकातखाना में रेलवे का एक बड़ा जंक्शन बन रहा है और इसके समीप ही रेलवे व फोरलेन की क्रॉसिंग भी है। ऐसे में फोरलेन और रेलवे के माध्यम से हिमाचल की वादियों का सफर रोमांच से भरपूर होगा।