हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना की हरोली तहसील में HP State Vigilance and Anti Corruption Bureau ने नगर पंचायत टाहलीवाल के क्लर्क को 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। ठेकेदार यशपाल शर्मा से तीन लाख रुपये का बिल जारी करने की एवज में ये रिश्वत मांगी गई थी।
डीएसपी विजिलेंस कुलविंदर सिंह ने पूरे मामले की पुष्टी की हुई है। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत में शिकायतकर्ता की ये रकम निर्माण कार्य की एवज में दी गई। संशोधित पीसी एक्ट 2018 (PC Act 2018) के तहत, जमीन विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने अनुबंध पर तैनात आरोपी क्लर्क के खिलाफ मामला दर्ज किया है। नॉर्थ रेंज धर्मशाला में विजिलेंस पुलिस अधीक्षक बलबीर सिंह ने क्लर्क की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
जानकारी के अनुसार अशोक कुमार हरोली की टाहलीवाल नगर पंचायत (Tahliwal Nagar Panchayat) में अनुबंध के आधार पर कार्यरत है। अशोक कुमार ने 3 लाख रुपए के लंबित बिल के भुगतान के लिए हरोली निवासी ठेकेदार से 6000 रुपए रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार ने इस मामले की इसकी सूचना विजिलेंस को दी। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस की टीम ने क्लर्क को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। अशोक कुमार के खिलाफ ऊना में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर दिया गया है।