राकेश राणा// बंगाणा
जिला ऊना के रामगढ़ धार सहित अन्य स्थानों पर पिछले दिनों हुए अवैध कटान माफिया के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है। परन्तु अभी तक किसी भी अवैध कटान माफिया पर सख्त कानूनी कार्रवाई देखने को नहीं मिल पाई है।अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में सरकारी जंगलों से वन संपदा सहित चीड़ खैर सहित अन्य पेड़ों की प्रजाति देखने को तरस जाओगे।
जिला ऊना के तहत पडते लमलैहड़ी में सरकारी जमीन से खैर के पेड़ों का अवैध रूप से काटन हो रहा है यह एक बड़ा सवाल बनकर उभरा है। जानकारी के अनुसार कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के लमलैहड़ी गांव में परमिट पर खैर के पेड़ों का कटान चल रहा है लेकिन इसकी आड़ में सरकारी जमीन से भी खैर के पेडों का अवैध कटान हो रहा है।
स्थानीय निवासी राम नाथ पुत्र किशन चंद सहित अन्य गांव वासियों का कहना है कि सरकारी जंगलों में शरेआम खैरों का अवैध कटान हो रहा है।
बताया जा रहा है कि सरकार की जमीन से जड़ से खैर के पेड़ उखड़े जा रहे हैं। हालांकि इस मामले की शिकायत 29 दिसंबर को पुलिस अधिकारी ऊना से भी की गई है लेकिन इस मामले में प्रशासन का ढीला डाला रेवेया बना हुआ है। लोगों का कहना है कि इस मामले की जल्द से जल्द जांच हो ताकि सच्चाई सामने आ सके और अवैध गतिविधियों में लगे लोगों पर अंकुश लग सके।
बहीं पर जिला ऊना डीएफओ सुशील राणा का कहना है कि मामला उनके ध्यान में आया है जल्द ही इस मामले की उचित जांच होगी और अगर सच्चाई पाई गई तो दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।किसी भी व्यक्ति विशेष को सरकारी जंगलों से अवैध कटान करने पर वकशा नहीं जाएगा।