असहाय स्थिति में पड़ा बैल नगर पंचायत और प्रशासन के अधिकारियों की नज़र से बाहर
नगर पंचायत के प्रतिनिधि लॉकडाउन में आवारा पशुओं को आटे के पेड़े खिलाकर बटोर रहे थे सुर्खियां

स्वतंत्र हिमाचल
(जोगिन्दरनगर) अंकित कुमार
जोगिन्दरनगर के पठानकोट चौक में पिछले कई दिनों से एक आवारा बैल असहाय स्थिति में पड़ा है। स्थानीय लोगों ने बैल की कुछ हद तक तो मदद की है लेकिन यह नाकाफी दिख रही है। यहां से कुछ मीटर की दूरी पर ही नगर पंचायत के दो वार्ड सदस्यों के घर हैं लेकिन यह बैल नगर पंचायत के प्रतिनिधियों और अधिकारियों की नज़र से बाहर लग रहा है।
बैल का पिछला हिस्सा बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा है। स्थानीय लोग अपने स्तर पर ही बैल की मदद के लिए आगे आए हैं तो वहीं प्रशासन ने अभी तक कुछ भी कार्रवाई इस संबंध में नहीं की है। लॉकडाउन के दौरान जब सरकार ने घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी थी उस दौरान कुछ नगर पंचायत के प्रतिनिधि घूम-घूमकर आवारा पशुओं को आटे के पेड़े बना बनाकर खिला रहे थे और अपना पशुप्रेम दिखाकर मीडिया में खूब सुर्खियां बटोर रहे थे लेकिन अब अनलॉक हो गया है तो बैल की मदद के लिए प्रशासन और नगर पंचायत दोनों ही आगे नहीं आए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि वार्ड सदस्यों का यह पशुप्रेम क्या दिखावा है जो समय देखकर ही जगता है। स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन बैल को वहां से उठाकर बैल का उपचार कर उसे किसी गौसदन में ले जाए।