राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं को अधिक महत्व देते थे स्वामी विवेकानंद : सांख्यान
जयंती पर आयोजित भाशण स्पर्धा में दीक्षा ने झटका प्रथम स्थान
स्वतंत्र हिमाचल
(सरकाघाट) रंजना ठाकुर
राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए किसी भी देश में युवाओं का उत्थान रास्ट्र का उत्थान है। यह बात बलद्वाड़ा में युवा दिवस एवं स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर एबीवीपी बलद्वाड़ा ईकाई के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे पत्रकार एवं समाजिक कार्यकर्ता त्रिपुरारी सांख्यान ने कहे। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान दार्शनिक, समाज सुधारक और दुनियाभर में सनातन संस्कृति के प्रचारक एवं युवाओं के लिए आदर्श थे।
उन्होंने पूरे विश्व में भारत को विश्व गुरू बना दिया। इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने विस्तृत रूप से स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डाला। समारोह के दौरान स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित भाशण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसमें दीक्षा प्रथम, रचना द्वितीय और नरेश कुमार तृतीय स्थान पर रहे।
इस मौके पर विशिस् ठ अतिथि के रूप में मनमोहन सिंह, कारोबारी हरमन सिंह, एबीवीपी इकाई अध्यक्ष रक्षा कुमारी, ईकाई मंत्री प्रीति, उपाध्यक्ष सुशमा और मुधवाला, ईकाई सचिव पूजा, सोशल मीडिया प्रभारी नरेश, उपाध्यक्ष दिनेश सहित कई कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।