सेवानिवृत कर्मचारियों ने बढ़े हुए वेतनमान जारी करने की उठायी मांग
(सरकाघाट)रितेश चौहान
हिमाचल प्रदेश आर्युवैदिक एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति बोर्ड से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को नये वेतनमान की दरों से भुगतान नहीं होने के कारण उनमें भारी रोष व्याप्त है।इस बोर्ड का गठन हिमाचल प्रदेश में वर्ष 1971 में हुआ था और इसके संचालन के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी जिन्हें सरकारी कर्मचारियों के समकक्ष वेतन व भत्ते दिये जाते थे।लेकिन इस बोर्ड में कार्यरत कर्मचारी वर्ष 2007से लेकर 2015 तक सेवानिवृत हो चुके हैं लेकिन बोर्ड इन्हें पंजाब के बराबर वर्ष2006 के बाद के बढ़े हुए वेतन व भते अदा नहीं किये हैं और इन्हें पुराने वेतनमान के आधार पर ही रिटायर कर दिया गया था जिस कारण उन्हें आर्थिक रूप में नुक्सान हो रहा है।जबकि बोर्ड के पास पर्याप्त बजट भी उपलब्ध है लेकिन फ़िर भी इन कर्मचारिओं को उनका बढ़ा हुआ वेतन व भत्ते का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है।हालांकि इस बोर्ड से सेवानिवृत्त हुये कर्मचारी दर्जनों बार विभाग से इस बारे मांग कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।इसके अलावा इन कर्मचारियों को बोर्ड पेंशन भी अदा नहीं कर रहा है।बोर्ड से सेवानिवृत्त हुये कर्मचारी सुख राम ठाकुर और बाबू राम शर्मा सेवानिवृत्त अधीक्षक भगवान सिंह कनिष्ठ लिपिक और भाग चन्द मेहता सेवादार आदि ने मुख्यमंत्री से गुहार लगायी है कि उन्हें 1 जनवरी 2006 से पंजाब की तर्ज़ पर वेतनमान व भत्ते दिये जायें।उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें जल्दी उनका हक नहीं दिया गया तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होंगे।