राकेश राणा// बंगाणा
इंडियनन हिस्ट्री कांग्रेस की 82nd कॉन्फ्रेंस में तेलंगाना राज्य के काकतीय विश्वविद्यालय में डॉ राजकुमार ने अनसंग हीरोज ऑफ़ कांगड़ा- कुल्लू रीजन एंड इवेंट्स का 1857″ शीर्षक का शोध पत्र पढ़ा I
![](https://swatantrahimachal.com/wp-content/uploads/2024/01/IMG-20240103-WA0041.jpg)
डॉ राजकुमार उपमंडल बंगाणा के तहत गांव ेहलवीं के निवासी हैं और वर्तमान में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला में इतिहास विषय में सहायक आचार्य पद पर सेवारत हैं I डॉ राजकुमार ने अपने शोध पत्र में बताया कि भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में 1857 ईस्वी में देश भर में अनेक घटनाएं घटित हुई जिनमें सैकड़ो घटनाओं का उल्लेख राष्ट्रीय स्तर पर इतिहास लेखन में मिलता हैI उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और कल्लू क्षेत्र में 1857 की क्रांति के दौरान अनेक घटनाएं हुई परंतु दुर्भाग्य से कांगड़ा-कुल्लू क्षेत्र के गुमनाम नायकों के 1857 ई की क्रांति के योगदान की प्रमुखता से चर्चा नहीं मिलती I डॉ राजकुमार ने बताया कि 1857 ईस्वी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के विरुद्ध सशक्त क्रांति हुई थी जबकि हिमाचल प्रदेश में नूरपुर रियासत में वीर राम सिंह पठानिया के नेतृत्व में 1857 की क्रांति से 10 वर्ष पूर्व ही ब्रिटिश विरोधी प्रतिकार प्रारंभ हो गया था I डॉ राजकुमार ने बताया कि कांगड़ा क्षेत्र में राजा प्रताप चंद के नेतृत्व में बगावत हुई थी जबकि कुल्लू क्षेत्र में युवराज प्रताप सिंह व उनके साथी 1857 की क्रांति के नायक थे I दुर्भाग्य से युवराज प्रताप सिंह और उनके साथी ब्रिटिश सैनिकों द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए थे और 3 अगस्त 1857 को युवराज प्रताप सिंह, वीर सिंह और अन्य तीन क्रांतिकारी को धर्मशाला में आम जनता के सामने फांसी दी गई थी I उन्होंने कहा कि यह दुखद है की पहाड़ी क्षेत्र के गुमनाम नायकों को राष्ट्रीय स्तर
![](https://swatantrahimachal.com/wp-content/uploads/2024/01/IMG-20240103-WA0040-300x273.jpg)
उन्होंने कहा कि यह दुखद है की पहाड़ी क्षेत्र के गुमनाम नायकों को राष्ट्रीय स्तर पर बहुत कम चर्चा मिलती है जबकि पहाड़ी क्षेत्र के लोगों का भी 1857 की क्रांति में बड़ा योगदान रहा है I
गौरतलब है कि इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस भारत में इतिहासकारों की सबसे बड़ी संस्था है और विगत 82 वर्षों से इतिहास विषय की राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालय में करती है I इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 35000 से अधिक सदस्य हैं I इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 82nd कॉन्फ्रेंस का आयोजन तेलंगाना राज्य के काकतीय विश्वविद्यालय Warangal में 28 से 30 दिसंबर 2023 तक हुआ जिसमें देश भर से 1500 से अधिक इतिहासकारों ने भाग लिया I हिमाचल प्रदेश से डॉ राजकुमार के अलावा डॉक्टर किशोरी चंदेल, डॉक्टर दिलबर सिंह और डॉक्टर सविता ने इस कांफ्रेंस में भाग लिया I