एक अध्यापिका के सहारे राजकीय प्राथमिक पाठशाला कुड़ावाला
हैडमास्टर को दो महीने बाद भेज दिया डैपुटेशन पर, लोगों में रोष
(बद्दी)राकेश ठाकुर
दून हल्के की ग्राम पंचायत कालूझिंडा के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला कुड़ावाला एक अध्यापिका के सहारे चल रही है। शिक्षा खंड पट्टा महलोग के अंतर्गत कुड़ावाला स्कूल में रिक्त पड़े हैडमास्टर के पद पर नियुक्ति की गई थी, लेकिन दो महीने के बाद ही उसको डैपुटेशन पर भेज दिया गया। जिसके चलते स्थानीय लोगों में भारी रोष व्यापत है। लोगों का कहना है कि कुड़ांवाला स्कूल में अधिकांश ग्रामीणों के बच्चे पढ़ते हैं जो को निजी स्कूलों में मंहगी शिक्षा दिलाने में असमर्थ हैं।
ऐसे में एक अध्यापिका के लिए सभी बच्चों सही शिक्षा दे पाना संभव नहीं है। अधिकतर बच्चे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आते है जो कि इसी प्राथमिक स्कूल कुड़ावाला पर आश्रित हैं। लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एंव शिक्षा मंत्री से मांग उठाई है कि जल्द से जल्द कुड़ांवाला स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति की जाए। ताकि उनके बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न हो सके और निर्धन बच्चों का भविष्य धूमिल न हो सके।
इस बारे जब डिप्टी डायरेक्टर एलीमेंटरी रोशन जसवाल से बात की गई थी उन्होंने बताया कि जल्द ही स्कूलों में रिक्त पड़े पदों पर अध्यापकों की नियुक्ति की जा रही है। विभाग ने इस संबंध में शिक्षा खंड के विभिन्न स्कूलों की काऊंसलिंग करके लिस्ट तैयार की है। जिन-जिन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक है उन स्कूलों में प्राथमिकता के आधार पर जल्द ही रिक्त पड़े पदों पर अध्यापकों की नियुक्ति कर दी जाएगी।