जाइका परियोजना से किसानों को हुआ लाभ
(सरकाघाट )रंजना ठाकुर
बहाव सिंचाई उप परियोजना कुनालग हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना जाइका द्वारा साल 2017 में 22.46 लाख रुपये की कुल लागत से बनाई गई थी।इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य फसल विविधीकरण दवारा सब्जी उत्पादन तथा किसानों की आय को बढ़ाना है ।
जिला परियोजना प्रबन्धक डाॅ नवनीत सूद के अनुसार इस परियोजना मे कुल 7.04 हैक्टेयर सिंचाई क्षेत्र को सुनिश्चित किया गया है।सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के साथ किसानो को सब्जी उत्पादन समबन्धित विषयों जैसे की नर्सरी उत्पादन, बीमारी एवं कीट प्रबन्धन, बेमौसमी सब्जी उत्पादन तथा विदेशी सब्जी उत्पादन इत्यादि पर प्रशिक्षण प्रदान किए गए हैं ।इसके अतिरिक्त कृषि समबन्धित कार्यो को जल्दी एवं आसानी से करने के लिए पावर टिलर,स्प्रे पम्प, पावर वीडर इत्यादि भी 80:20 तथा 90:10 सबसिडी के तहत प्रदान किए गए हैं ।इस उप परियोजना में कुल 51 लाभार्थी परिवार हैं जिनमें से अधिकतर लोग सब्जी उत्पादन करते हैं ।
कृषि वर्ष 2020 के खरीफ में कुल 1.62 हैक्टेयर क्षेत्र को सब्जी उत्पादन में लाया गया था जोकि कुल कृषि क्षेत्र का 23.10 प्रतिशत है।इन्ही किसानों में से एक पवन कुमार उप परियोजना के प्रगतिशील किसान है ।वर्ष 2020-21 के रबी सीजन में किसान ने अपने लगभग दो बीघा क्षेत्र से लगभग 1.5 क्विंटल ब्रोकली @30 रूपये किलोग्राम, एक क्विंटल पालक@ 30रूपये किलोग्राम, 15 क्विंटल मूली@15 रूपये किलोग्राम, 12 क्विंटल शलगम@ 15 रूपये किलोग्राम का उत्पादन किया तथा किसान इन दिनों मटर की खेती कर रहा हैजिसमें उन्होंने अभी तक 50 किलोग्राम मटर से 35 रूपये किलोग्राम की दर से कमाई की है ।अभी तक किसान दवारा इस सीजन में लगभग 45000/-रूपये की कुल आमदनी की है।किसान की सफलता देखकर उप परियोजना के और किसान भी प्रेरित होकर सब्जी उत्पादन कर रहे हैं ।