प्रताप वर्ड स्कूल इन्दौरा पर लगा जबरन एनुअल फीस लेने का आरोप
कोरोना काल में जब स्कूल बच्चे गए नहीँ तो कैसा एनुअल फंड: अभिभावक
(इन्दौरा)अजय शर्मा
निजी स्कूल शायद सरकार के दिशा निर्देशों को न मानना शायद अपना अधिकार समझते हैं और अपनी मनमानी से निजी स्कूल संचालक अभिभावकों को समय समय पर फीस से सम्बंधित फेरबदल के नोटिस देते रहते हैं ऐसा ही एक मामला जो कि इन्दौरा क्षेत्र के प्रसिद्ध स्कूल प्रताप वर्ड का है जिस पर अभिभावकों ने क्रोना काल में बन्द पड़े स्कूलों में बिल्डिंग फंड व एनुअल फीस के बारे एसडीएम महोदय को शिकायत दर्ज करवाई।

अभिभावकों ने बताया कि जब स्कूल लगे नहीँ तो किस चीज का एनुअल फीस ओर कैसा बिल्डिंग फंड।अभिभावकों ने बताया कि उन्होंने 10 से 12 हजार के फ़ोन क्रोना कॉल में बच्चो को शिक्षा के लिए दिए उसमें लगभग 300 रुपये महीना रिचार्ज भी करवाया जो कि उन पर अलग से बोझ था लेकिन स्कूल प्रबंधक उनसे जबरन एनुअल फीस मांग रहे हैं हमारे बच्चे आगे जब स्कूल जाएंगे तब फीस दे दी जाएगी लेकिन बन्द स्कूल में किस प्रकार की एनुअल फीस जबकी शिक्षा मंत्री ने भी इस फीस को माफ किया हुआ है।जिसकी शिकायत उन्होंने एसडीएम महोदय से की है।
वहीँ अभिभावकों ने कहा कि अगर प्रताप वर्ड स्कूल अपना फैसला नहीँ बदलता तो हम स्कूल के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे और जिसका जिमेदार स्थानीय प्रशासन व स्कूल प्रवंधन कमेटी होगी।
एसडीएम इन्दौरा सोमिल गौतम ने बताया कि अभिभावकों ने एक शिकायत पत्र उनको सौंपा है जिसमें निजी स्कूल के खिलाफ आरोप लगे हैं कि वह ज़बरन एनुअल फीस ले रहें है अब इस बारे स्कूल प्रबन्धको से बात की जाएगी जो भी नियमोँ के अनुसार गलत पाया गया उस पर कार्यवाही की जाएगी।