सरकार वाटर गार्डों से कर रही सौतेला व्यवहार
इतनी महंगाई में कैसे गुजारा करते है वाटर गार्ड,सरकार गहनता से करे विचार : भुटटो
(बंगाणा)राकेश राणा
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एबम कुटलैहड़ विस् क्षेत्र के कांग्रेस नेता देवेंद्र भुटटो ने सरकार और आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वारा रखे गए पंचायतों वाटर गार्ड को पिछले पांच माह से सैलरी नहीं मिली है। जिन वाटर गार्डों को सरकार ने जल शक्ति विभाग के लिए पानी की आपूर्ति के लिए रखा है। उन्हें भी पैसे की जरूरत होती है। और सरकार कभी 6 माह बाद कभी 5 माह बाद उन्हें सैलरी देती है। इससे तो बेहतर यही है। कि सरकार उन्हें प्रति माह सैलरी प्रदान करे। ताकि यह बाटर गार्ड अपनी जरूरतें पूरी कर सके। भुटटो ने कहा कि सरकार को समझना चाहिए कि बर्तमान समय मे महंगाई आसमान को छू रही है। और वाटर गार्ड को पहले साढ़े तीन हजार ओर अब साढ़े चार हजार प्रति माह मिलता है। और बह भी वर्ष में दो बार यानी 6 माह में सरकार इन्हें सैलरी प्रदान करती है।
अब इतनी महंगाई में यह वाटर गार्ड कैसे गुजारा करते है। इसके बारे में भी सरकार को सोचना चाहिए। भुटटो ने कहा कि जब यह वाटर गार्ड ओटसोरिस कर्मचारी बने है। तो इनकी सैलरी भी दस हजार के करीव होनी चाहिए। जब अन्य ओटसोरिस कर्मचारियों को दस हजार से ज्यादा प्रति माह मिलता है। तो वाटर गार्ड के बारे में भी सरकार सौतेला ब्यावहार न करे। और इन्हें भी अन्य कर्मचारियों तक सेलरी पहुंचा कर प्रति माह सैलरी प्रदान करे। भुटटो ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 3615 पंचायते है। और अगर एक पंचायत में 4 वाटर गार्ड है। तो करीब 14 हजार हिमाचल में वाटर गार्ड भर्ती हुए है।ओर सरकार इनके साथ सौतेला ब्यावहार कर रही है। भुटटो ने कहा कि राज्य सरकार वाटर गार्ड को प्रति माह सैलरी प्रदान करे। जिससे यह अपनी जरूरतों को पूरा कर सके।