हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन बस पास बनवाने की सुविधा प्रदान की जाए : प्रशान्त नेगी
स्वतंत्र हिमाचल
प्रेम सागर चौधरी (सैंज)
हमेशा से देखा गया है कि शिक्षण संस्थानों के खुलते ही दूरदराज़ से आने वाले छात्र बस पास काउंटर के पास प्रतीक्षा करते नजर आते हैं, कभी कभी तो बहुत दिनों तक बस पास मिल ही नहीं पाता जिसके कारण की उनकी कक्षाएँ एवं शिक्षा बाधित होती है। विद्यार्थी परिषद हमेशा से सरकार, परिवहन विभाग एवं प्रशासन के समक्ष यह मांग रखती आयी है कि शिक्षण संस्थान के अंदर ही विद्यार्थियों को बस पास बनवाने की सुविधा दी जाए जिससे की सुविधाजनक तरीक़े से बस पास प्राप्त करवाया जा सके तथा उनका बहुमूल्य समय भी बर्बाद न हो। एक वैश्विक महामारी के दौर में छात्रों का इस प्रकार घंटों कतार में इंतज़ार करना उचित नहीं है।
कोरोना के दौर में बहुत से क्षेत्रों में डिजिटलाइजेशन एक नई संभावना के रूप में आया, आज डिजिटल इंडिया की बात की जाती है बहुत ही आश्चर्यजनक बात है कि एक बस पास बनवाने के लिए विद्यार्थियों को परिवहन विभाग के दफ़्तर में प्रतीक्षा करनी पड़ती है । साथ साथ हम देखते हैं कि जिस तीथी को बस पास की वैलेडिटी खत्म होती बस पास उसी तिथि से रिन्यू होता है। और शुल्क भी उसी तिथी से लिया जाता है पास चाहे 2 महीने बाद ही रिन्यू हो ,परन्तु शुल्क तबसे लिया जाता है जब पास की वैधता समाप्त होती है बस पास का शुल्क उसी तिथि से लिया जाना चाहिए जिस तिथि को पास रिन्यू होगा इस समस्या के स्थाई समाधान के रूप में विद्यार्थी परिषद परिवहन विभाग से एक E-Bus pass पोर्टल बनाने की माँग करती है जिससे की पोर्टल में जाकर अपनी जानकारी दाखिल कर डिजिटल माध्यम से पेमेंट करके चंद मिनटों में बिना दफ़्तर के चक्कर लगाए बस पास प्राप्त किया जा सके।