सांसद के आकस्मिक निधन पर दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि
(जोगिंदर नगर)क्रांति सूद
सांसद श्री रामस्वरूप शर्मा जिला मंडी के आकस्मिक निधन पर सरस्वती विद्या मंदिर बालकरूपी जोगिंदर नगर संकुल के सभी विद्यालयों बालकरूपी, भराड़ू, टिकरु, सुखबाग के सभी प्रधानाचार्य, प्रबंध समितियों, संकुल समितियों, अध्यापक वर्ग एवं छात्र वर्ग ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
सरस्वती विद्या मंदिर बालक रूपी सन 1989 में पंडित रामस्वरूप शर्मा के सहयोग से बालकरूपी में शुरू हुआ । और इसके बाद 1992 में सरस्वती विद्या मंदिर को जोगिंदर नगर में खोला गया। पंडित रामस्वरूप शर्मा ने इस विद्यालय में प्रबंधक के रूप में भी कार्य किया। उस समय अश्वनी सूद के सहयोग से पंडित रामस्वरूप शर्मा ने घर घर जाकर बच्चों को विद्यालय में दाखिला करवाने के लिए आग्रह किया। और वर्तमान समय में भी इन्हीं के सहयोग से सरस्वती विद्या मंदिर बालक रूपी आज दशम कक्षा तक चल रहा है।और इस वर्ष उन्होंने इस विद्यालय को +2 कक्षा तक करवाने का भी आश्वासन दिया था।
पंडित रामस्वरूप शर्मा साधारण परिवार से संबंध रखने वाले जमीन से जुड़े नेता थे । वह कबड्डी के राष्ट्रीय खिलाड़ी भी रहे और एनएचपीसी में खेल कोटे से नौकरी लगे थे । 1985 में नौकरी छोड़कर वे संघ के प्रचारक बन गए । वे मंडी क्षेत्र के दो बार सांसद रहे। मंडी को छोटी काशी का नाम दिलाने का श्रेय भी रामस्वरूप शर्मा को ही जाता है ।
रामस्वरूप शर्मा जी ने हिमाचल शिक्षा समिति द्वारा संचालित मंडी जिला के सभी विद्यालयों के लिए तन , मन, एवं धन से पूर्ण सहयोग दिया। वे एक मिलनसार, कर्मठ एवं सभी को साथ लेकर चलने वाले इंसान थे। वे अपने हसमुख स्वभाव एवं सेवा भाव के कारण अत्यंत लोकप्रिय थे। वे संगठन के लिए पूर्ण रूप से समर्पित थे। स0 वि0 मंदिरों के लिए उनकी अपार श्रद्धा थी। उन्होंने अपने बच्चों की शिक्षा भी स0 वि0 म0 में ही करवाई। एवं वर्तमान में उनका पोता भी इसी विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहा है।
स0 वि0 म0 बालकरूपी संकुल अध्यक्ष उदय रवि राठौड़, अधिकृत सदस्य कांशी राम , संकुल प्रमुख नवीन कुमार एवं संकुल के समस्त प्रधानाचार्यो ने रामस्वरूप शर्मा के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख जताया है। रामस्वरूप शर्मा जी के आकस्मिक निधन के कारण जोगिंदर नगर क्षेत्र में शोक की लहर छाई हुई है। इस आघात की क्षति पूर्ति संभव नहीं है। हमारी भगवान से प्रार्थना है कि वे उनकी आत्मा को शांति दे । और उनके परिवार को इस दुखद घड़ी में इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें। स0 वि0 म0 की अपार श्रद्धा हमेशा इनके परिवार के साथ रहेगी।