श्रृंगार को देखने के लिए उमड़े श्रद्धालु, चर्म रोगों के लिए रामबाण है मक्खन
20 जनवरी को बंटेगा मक्खन रूपी प्रसाद
(कांगड़ा) मनोज कुमार
मकर सक्रांति के दिन घृत पर्व पर शक्तिपीठ मां श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में 24 क्विंटल देसी धी के मक्खन का लेप चढ़ाकर फल और मेवों से मां की पिंडी व क्षेत्रपाल भगवान का श्रृंगार किया गया है।जिसे देखने के लिए स्थानीय व अन्य राज्यों के श्रद्धालु मां का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पहुंच रहे हैं।गौरतलब है कि ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में दर्शन के लिए राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड,दिल्ली, बिहार व उत्तर प्रदेश से श्रद्धालु आते हैं।
हर साल मकर संक्रांति के दिन मक्खन से बनी देवी की प्रतिमा को स्थापित करने की तैयारी शुरू होती है। इसके बाद श्रद्धालु सप्ताह भर दर्शन करते हैं। घृत पर्व के लिए मंदिर को रंग-विरंगी रोशनी से सजाया गया है। वहीं मां श्री बज्रेश्वरी देवी उत्सव आयोजन समिति द्वारा विशाल भगवती जागरण करवाया गया । जिसमे मुख्य अतिथि एस डी एम् कांगड़ा अभिषेक वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर जागरण का शुभारम्भ किया ।
संजीव दीक्षित , सोनम चौधरी, सुनील सूफ़ी, शान सिंह, निशा शर्मा, सौरभ शर्मा लोक गायकों द्वारा महामाई का गुणगान कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
मक्खन की विशेषता
माता श्री बज्रेश्वरी देवी की पिंडी पर चढ़ाया गया मक्खन बहुत शुद्ध है तथा शरीर में होने वाली दर्द अथवा चरम रोग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। शरीर पर होने वाली फोड़े फुंसियों तथा चर्म रोग पर मक्खन का लेप लगाने से अत्यंत लाभ प्राप्त होता है। मक्खन रूपी प्रसाद को लेने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु माता ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में पधारते हैं।
20 को बंटेगा मक्खन रूपी प्रसाद
मंदिर सहायक आयुक्त अभिषेक वर्मा बताया कि मकर सक्रांति के दिन घृत पर्व पर मां ब्रजेश्वरी देवी की भव्य पिंडी को मक्खन से सजाया गया है। 20 जनवरी को सुबह 5:00 बजे लेप उतारने का कार्य शुरू हो जाएगा, इसके पश्चात प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं में मक्खन बांटा जाएगा।