पिछले एक साल से तीन पंचायतों के 17 बिजली के ट्रांसफार्मरों में एक एएलएम दें रहा सेवाएं
यहाँ पर दो टीमेट एक लाइन मैन और एएलएम जरूरत,नहीं भरे जा रहे है रिक्त पड़े पद,
स्थानीय लोगों को हो रही है भारी समस्या
स्वतंत्र हिमाचल
(धर्मपुर)डी आर कटवाल
धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के कबीना और सरकार में नंबर दो के मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के जिला गृह क्षेत्र की अंतिम छोर में पिछड़ी हुई पैहड, बनेरढी, कुम्हारड़ा इन तीनों पंचायतो में लगभग चार हजार के करीब जनसंख्या है। और भोगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से यह तीनों पंचायतें बहुत दुर्गम और पिछड़ी हुई है और इन तीनों पंचायतो का क्षेत्रफल लगभय 15 से 18 किलोमीटर के करीब है और सड़क मार्ग से पैदल चलने के लिए एक से आधा किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ता है इन तीनों पंचायतो में बिजली विभाग के 17 ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं
जिसमें बनेरढी पंचायत के बनेरढी गांव में 2, हयोलग में 2, दौई का गलू में 1, झरेड़ा में 1 कुल इस पंचायत में 6 ट्रांसफार्म लगे हुए हैं वही पैहड पंचायत के कौंसल गांव में 1, लुधियाना में 1,पैहड में 1, झटेहड़ी गांव में 1,खरेहड़ में 1, कुल 5 बिजली के ट्रांसफार्मर लगे हुए है। वही कुम्हारड़ा पंचायत के सिंहन गांव में 1, भतौर मे 2, लोअर कुम्हारडा में 1, कुल्हान गांव में 1, एवं अप्प्पर कुम्हारड़ा में 1, कुल 6 ट्रांसफार्म विद्युत विभाग ने लगाए हुए है । तीनों पंचायतो में 17 ट्रांसफार्म लगे हुए है ।
हैरानी की बात यह है की तीनों पंचायतो में पिछले एक साल से एक ही एएलएम ड्यूटी पर तैनात है । पहले इन पंचायतों में तीन एएलएम कार्यरत थे इनमें से एक 2018 और एक फरवरी 2020 में सेवानिवृत हो गए हैं
हैरानी की बात यह भी है कि अगर बिजली का फ्यूज हयोलग से जाता है तो एएलएम पैदल हयोलग जाता है अगर उसी समय फ्यूज अपर कुम्हारड़ा से जाता है तो उसी समय एएलएम को पैदल कुम्हारड़ा जाना पड़ता है उसके लिए कम से कम डेड से दो घंटे लग जाते है ।
कई बार बारिश या आसमानी बिजली होने से चार से पांच ट्रांसफार्मरों से बिजली गुल हो जाती है तो एक आदमी को फ्यूज लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है जिसके कारण लोगों को कभी -कभी अंधेरे में रात गुजारनी पड़ती है ।

ब्लॉक कांग्रेस सचिव रमेश चंद ठाकुर ने सरकार और मंत्री से मांग की है कि बिजली विभाग में जो पद रिक्त चल रहे है उन्हें भरा जाए ।
उन्होंने आरोप लगाया है की दर्जनों बच्चे बिजली विभाग में टीमेट की नौकरी में लगे हुए है वो सभी धर्मपुर ब्लॉक से बाहर नौकरी कर रहे हैं । अगर उन्हें बोला जाए की आप अपनी होम पंचायत में नौकरी कर लो तो वो कर्मचारी यहां आने के लिए मना करते है ।
इसकी बजह साफ नजर आती है की धर्मपुर में सरकारी कर्मचारियों को मंत्री और मंत्री का बेटा उनके कार्यलय में जाकर डराया व धमकाया जाता है । और उन्हें यह भी बोला जाता है किन्नौर या लाहुल स्पीति आपका तबादला किया जाएगा और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के तबादले तो अक्सर किए जा रहे हैं सरकारी कर्मचारियों के ऊपर पूरा – पूरा डर और भय का माहौल बनाया गया है ।
कई बार विडिओ क्लिप भी बायरल हुए है यही कारण है की कोई भी कर्मचारी धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में सरकारी कर्मचारी और अधिकारी नौकरी नहीं नौकरी नहीं करना चाहता है ब्लॉक कांग्रेस सचिव में आरोप लगाया है की राजनैतिक द्वेष के चलते सरकारी कर्मचारियों के तबादले किए जा रहे है
उन्होंने यह भी कहा है की जो रिक्त पड़े पद हैं उन्हें भरा जाए
उन्होंने यह भी कहा है की अगर रिक्त पड़े पदो को एक महीने के अंदर – अंदर नहीं भरा गया तो उच्च न्यायालय में सरकार के ऊर्जा मंत्री के साथ-साथ सहायक अभियंता व अधिशासी अभियंता के खिलाफ जनहित याचिका दायर की जाएगी ।
उन्होंने यह भी कहा की पैहड पंचायत के कुछ बीजेपी के छूट भैया नेता और स्थानीय लोग मंत्री के पास जाते है या मंत्री पैहड पंचायत आता है तो केवल मात्र एक माँग करते हैं की हमें दो या तीन पाइप दें दो ।
इन लोगों को पाइप लेने तक ही विकास दिखाई देता है और बाकी कोई यह नहीं बोल सकता की हमारी पंचायतों को टीमेट या एएलएम या लाइन मैंन के रिक्त पड़े पद में कोई कर्मचारी दें दो और कुछ अपनी ठेकेदारी चमकाने में लगे है किसी को जनता की कोई चिंता नहीं है ।