हिम कला संस्कृति एवं नाट्य रंगमंच जमानाबाद की युवा पीढ़ी को संस्कृति से जोड़ने की अनूठी पहल
युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ने की एक अनूठी पहल की

(कांगड़ा)मनोज )
कोरोना के इस काल में हिम कला संस्कृति एवं नाट्य रंगमंच जमानाबाद (पंजीकृत) जनपद कांगड़ा की फेसबुक लाइव प्रस्तुति आज कांगड़ा जनपद के जमानाबाद में भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग जनपद कांगड़ा के सौजन्य से लोक साहित्य, लोकगायन, पहाड़ी संस्कृति , पहाड़ी बोली, रीति रिवाज व परम्पराओं आदि की अमूल्य धरोहर को सहेज कर रखने और उनके सरंक्षण व संवर्धन के लिए इस तरह के कार्यक्रम गाँव-गाँव में युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ने की एक अनूठी पहल की है l
कोरोना काल में बंद पड़ी तमाम गतिविधियों को आज शुरू करने का जिला भाषा कला संस्कृति विभाग जनपद कांगड़ा ने एक प्रयास किया है l संस्था के कलाकारों ने वाद्ययंत्र नरसिंघा वादन, शहनाई वादन, नगाड़ा वादन, ढोलक, बांसुरी वादन आदि पर संस्था के लोकगायक हंस राज का सहयोग किया, वाद्ययंत्रों के साथ ठंडी-ठंडी हवा झूलदी ओ झुलदे चीलां दे डालू.. और असां कुसी जो मन्दा नी बोलणा व अन्य अपनी संस्कृति से जुड़ी प्रस्तुतियों को पेश किया गया l मंच का संचालन संस्था के महासचिव एवं एंकर इंजी.चन्द्रभूषण मिश्रा ने किया l
कार्यक्रम के समापन पर, हिमकला संस्कृति एवं नाट्य रंगमंच जमानाबाद (पंजीकृत) के अध्यक्ष राकेश पनियारी ने जिला भाषा कला संस्कृति विभाग के जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा का आभार व्यक्त किया जिन्होंने संस्था के कलाकारों को अपनी प्रतिभा को प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया जो समय-समय पर संस्था का सहयोग करते रहते हैं l फेसबुक पर लाइव प्रसारण में कैमरे पर चन्द्र भारद्वाज और सुधीर का भी धन्यवाद किया l इस कार्यक्रम में, संस्था के मुख्य संरक्षक सुरेन्द्र पनियारी, अध्यक्ष राकेश पनियारी, महासचिव इंजी.चन्द्रभूषण मिश्रा, संस्था प्रबन्ध निदेशक इंजी. रमेश चन्द भारती, कार्यालय सचिव सतपाल घृतबंशी, संयुक्त सचिव अशोक वहल, तिलक राज, पंकज पनियारी, सन्दीप कुमार और सुदेश सहोत्रा आदि मुख्य तौर पर मौजूद रहे l