लघु हरिद्वार काण्डापतन में उठी मछलियों के शिकार पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग

स्वतंत्र हिमाचल
(धर्मपुर)डीआर कटवाल
धर्मपुर उपमंडल ही नहीं अपितु हिमाचल प्रदेश के सुप्रसिद्ध व हजारों लोगों की आस्था के केन्द्र लघु हरिद्वार काण्डापतन में दिनोंदिन बढ़ रहे मछलियों के शिकार के कारण क्षेत्र के लोग ही नहीं अपितु दूरदराज के क्षेत्रों से मछलियों को आटा खिलाने वाले श्रदालु लोग मछलियों के अबैध शिकार को लेकर दुखी हैं काबिलेगौर है कि वर्ष 1981-82 के दौरान क्षेत्र के समाजसेवी बुद्धिजीवियों ने लघु हरिद्वार काण्डापतन के धार्मिक महत्व को देखते हुए यहां पर भूख हड़ताल की थी जिसमें सरकार व प्रशासन से मांग की थी कि मन्दिर के चारों ओर 500 मीटर के दायरे में शराब पीने मीट बेचने व मछलियों के शिकार करने पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की गई थी

तत्कालीन प्रशासन ने इन मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए लघु हरिद्वार काण्डापतन शिब मन्दिर के चारों ओर 500 मीटर के दायरे में उपरोक्त मुद्दों पर अपनी सहमति जताते हुए प्रतिबन्धित किया था और उपमंडलाधिकारी सरकाघाट के सौजन्य से यहां पर नोटिस बोर्ड़ भी लगाए गए थे जिन पर ये मुद्दे अंकित थे प्रतिबन्धित होने के कारण इस स्थान पर कोई भी व्यक्ति मछलियों का शिकार नहीं करता था साथ ही मतस्य विभाग द्वारा यहां पर एक गार्ड की नियुक्ति कर मछलियों की सुरक्षा का जिम्मा संभाला था जिसकी बजह से यहां बहुत बड़ी-बड़ी मछलियों के डार देखने को मिलते थे मगर पिछले चार पांच वर्षों से यहां मतस्य विभाग का गार्ड न होने से अराजक तत्वों द्वारा यहां मछलियों का शिकार किया जा रहा है।
मन्दिर कमेटी के अध्यक्ष श्री चमारु राम,स्थानीय लोगों जिनमें रमेशचंद,कुलदीप शर्मा,हरिराम,चमनलाल,प्रशान्त शर्मा,सन्तराम,रूपसिंह व स्थानीय लोगों ने क्षेत्र के विधायक एवमं जल शक्ति मन्त्री ठाकुर महेंद्र सिंह व एसडीएम धर्मपुर से आग्रह किया है कि लघु हरिद्वार काण्डापतन में मतस्य विभाग के गार्ड की डयुटी लगवाई जाए ताकि मछलियों के अबैध शिकार पर रोक लग सके और लोगों की धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ न हो