सूखे से नष्ट हुई फसल का मुआवजा दे सरकार
(सरकाघाट)रितेश चौहान
हिमाचल किसान सभा धर्मपुर खण्ड कमेटी ने वारिस न होने के कारण नष्ट हो गई गेहूं की फ़सल का किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।किसान सभा के खंड अध्यक्ष रणताज़ राणा महासचिव रामचन्द ठाकुर, बाला राम, प्रकाश चन्द, बलदेव ठाकुर, रमेश धीमान, रूपचंद, कश्मीर सिंह चंदेल, लूद्दर सिंह, प्रकाश सकलानी, भाग सिंह लखरवाल, कुलदीप सिंह, श्याम सिंह, हंसराज, टेक सिंह, शम्भू राम, टोडरमल, बालम राम, सुख राम, राजमल, मेहर सिंह, देवराज, कृष्ण देव, सूरत सिंह इत्यादि ने सरकार से सूखे के कारण बर्बाद हुई फ़सल का सर्वेक्षण करवाने की मांग की है और नुक़सान की भरपाई करने के लिए मुआवजा देने की मांग की है।
पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने सरकार से मांग की है कि दो साल पहले किसानों ने सरकार के दिशा निर्देश पर एक कम्पनी के माध्यम से फ़सल बीमा करवाया था लेक़िन आज तक उस कंपनी ने किसानों को एक रूपया भी मुआवजे के रूप में नहीं दिया है इस प्रकार ये सब बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचाने का ही काम सरकार ने किया था और अब जब किसानों को उसके बदले में राहत मिलनी चाहिए थी लेकिन अब वो कम्पनी किसी प्रकार की मदद नहीँ कर रही है जो सरकार की मिलिभगत और कंपनी को फ़ायदा देने की नीति का पर्दाफ़ाश करती है।
इसके अलावा धर्मपुर में दो दर्जन सिंचाई स्कीमें हैं जो सभी सफ़ेद हाथी पानी हुई है, और किसी भी स्कीम का पानी खेतों में नहीं पहुंच रहा है।जिन पर करोड़ों रुपए सरकार व जनता के खर्च हुये हैं।भूपेंद्र सिंह ने ये भी कहा की जो सिंचाई स्कीमें इतने सालों में करोड़ों रुपए से बनी है तो लेक़िन इस सूखे के समय कहीं भी खेतों को पानी नहीं नहीं मिल रहा है।इसके लिए सीधे तौर पर ये जिम्मेवारी यहां से सात बार बने विधायक व चार विभागों के मन्त्री की है।इसलिए सरकार व प्रशासन को जल्दी से सूखे का जायज़ा लेना चाहिये और किसानों को उचित मुआवजा देना चाहिए।